हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को "अलग़दीर" पुस्तक से लिया गया है। इस कथन का पाठ इस प्रकार है:
:قال الامیرالمؤمنين عليه السلام
مَنْ تَقَدَّمَ عَلَی قَوْمٍ وَ هُوَ یَرَی فِیهِمْ مَنْ هُوَ أَفْضَلَ فَقَدْ خَانَ اللهَ وَ رَسُولَهُ وَ المُؤمِنینَ
हज़रत इमाम अली अ.स. ने फरमाया:
जो समाज में अपने आप को दूसरों पर मुकद्दम करार दे, जबकि इसे मालूम हो कि इससे ज़्यादा काबिल लोग भी मौजूद हैं तो यकीनन उसने खुदा रसूल स.ल.व. और मोमिनीन से खीयानत की है।
अलग़दीर,भाग 8,पेंज 291